The term 'AmiriTuzuk' in the Mughal court referred to: मुगल दरबार में 'अमीर-ए-तुजुक' शब्द का अर्थ थाः
A) Head of the royal treasury / शाही खजाने का प्रमुख
B) Master of ceremonies समारोहों का प्रभारी
C) Chief justice / मुख्य न्यायाधीश
D) Chief justice / मुख्य न्यायाधीश
अमीर-ए-तूज़ुक (Amir-i-Tuzuk) एक महत्वपूर्ण दरबारी पद था जो मुग़ल काल के प्रशासनिक ढांचे में एक विशिष्ट भूमिका निभाता था। इस पद से संबंधित विवरण निम्नलिखित हैं:
अमीर-ए-तूज़ुक का अर्थ:
- "अमीर" का अर्थ है प्रमुख या अधिकारी।
- "तूज़ुक" का अर्थ है दरबारी आचार-विचार, समारोहों और शिष्टाचार से संबंधित नियम या प्रोटोकॉल।
- इसलिए अमीर-ए-तूज़ुक का आशय है: "दरबारी शिष्टाचार और समारोहों का प्रभारी अधिकारी"।
मुख्य कार्य व ज़िम्मेदारियाँ:
- दरबारी समारोहों का आयोजन:
- सम्राट की उपस्थिति में होने वाले कार्यक्रमों की योजना और निगरानी।
- राजकीय पर्वों, स्वागत समारोहों, और त्योहारों की शालीनता सुनिश्चित करना।
- आचार-संहिता का पालन:
- दरबार में उपस्थित होने वाले दरबारी, राजकुमारों, दूतों और विदेशी मेहमानों के लिए निर्धारित शिष्टाचार का पालन कराना।
- वेशभूषा और प्रतीक चिन्हों का निर्धारण:
- विभिन्न पदों और अवसरों के अनुसार वस्त्र व प्रतीक चिह्नों का निर्धारण व वितरण।
- सम्राट की सार्वजनिक उपस्थिति (Jharokha Darshan) का प्रबंधन:
- जनता और दरबारियों के समक्ष सम्राट की उपस्थिति की तैयारी।
- राजकीय उपहारों का प्रबंध:
- सम्राट द्वारा दिए या प्राप्त किए जाने वाले उपहारों की निगरानी और व्यवस्था।
महत्व:
- अमीर-ए-तूज़ुक की भूमिका मुग़ल दरबार की गरिमा और अनुशासन को बनाए रखने में केंद्रीय थी।
- यह पद न केवल प्रशासनिक था, बल्कि सांस्कृतिक और प्रतीकात्मक महत्व भी रखता था।
- सम्राट और दरबारियों के बीच के संबंधों को औपचारिक और गरिमामय बनाने में इस पद का योगदान रहा।
प्रसिद्ध अमीर-ए-तूज़ुक:
- कुछ ऐतिहासिक स्रोतों में बताया गया है कि नूरजहाँ बेग़म, जहाँगीर की पत्नी, भी दरबारी शिष्टाचार में अत्यधिक रुचि रखती थीं और इस व्यवस्था में हस्तक्षेप करती थीं।
नोट: "अमीर-ए-तूज़ुक" शब्द का प्रयोग कभी-कभी तूज़ुक-ए-जहाँगीरी जैसे आत्मकथात्मक ग्रंथों के सन्दर्भ में भी भ्रमित करता है, लेकिन दोनों में अंतर है। यहाँ यह एक प्रशासनिक पद का नाम है।
